क्या कोरोना की चौथी लहर जून तक आएगी ?


आईआईटी कानपुर की स्टडी के अनुसार भारत में भी जून में कोरोना की एक और लहर आ सकती है। कोरोना की पहली लहर अन्य दो लहरों से कम घातक थी परंतु मौजूदा हालात देखें तो अभी भी कोरोनावायरस से खत्म नहीं हुआ है। चीन में एक बार फिर कोरोना के कहर को देखते हुए लॉकडाउन लगा दिया गया है तथा इजराइल में कोरोना का एक और नया वेरिएंट मिला है।
आईआईटी कानपुर ने भी एक रिसर्च जारी किया है जिसके अनुसार भारत में चौथी लहर की आशंका जताई गई है। जो जून में आ सकती है। आईआईटी कानपुर की पत्रिका मेडरिव में यह शोध प्रकाशित किया गया है। शोध में बताया गया है कि यह लहर 3 से 4 महीने तक रहेगी। फिलहाल इस बात का कोई भी प्रमाण नहीं दिया गया है कि यह कितनी घातक साबित हो सकती है।। स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े हुए विशेषज्ञ इस रिपोर्ट को सही नहीं मान रहे हैं। पर चीन के हालातों और इजराइल में जो नया वेरिएंट मिला है उसने जरूर चिंता बढ़ा दी है। चीन में शंघाई जैसे 11 बड़े शहरों में बढ़ते कोरोना मरीजों के कारण लोक डाउन लगा दिया गया है। वर्तमान स्थिति में भारत में लगभग वैक्सीनेशन पूरा हो चुका है। लेकिन बच्चों में अभी तक आशा के अनुरूप वैक्सीनेशन नहीं हुआ है। इस लिहाज से देखा जाए तो अगर तीसरी लहर आती है तो बच्चों के लिए यह घातक साबित हो सकती है। दूसरी और तीसरी लहर ने भारत में पूरा तांडव मचाया था। इस हिसाब से देखा जाए तो चौथी लहर आती है तो भारत के लिए यह खतरे की घंटी साबित हो सकती है। वर्तमान में भारत की कोरोना की स्थिति को देखें तो पॉजिटिव केस तेजी से घट रहे हैं। यह भारत के लिए एक शुभ संकेत है।