क्या आप भी जानते है मिसिंग एरोप्लेन की कहानी

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अक्सर आप अलग-अलग एयरलाइंस कंपनियों के जहाजों के गायब होने की खबर सुनते होंगे या न्यूज़ चैनल पर देखते होंगे।
जिनमें से कुछ जहाज है उसके अंदर बैठे लोग सकुशल मिल जाते हैं लेकिन बहुत बार ऐसा होता है कि जब जहाज और उसमें बैठे लोगों का कुछ पता नहीं चलता वह कहां गायब हो गए कैसे गायब हो गए उनके साथ क्या हुआ था यह बिल्कुल रहस्य बन कर रह जाता है।

 

बहुत से प्रयासों के बाद जांच के बाद भी जहाज और उसके अंदर बैठे लोगों का कुछ पता नहीं चल पाता है।
एक ऐसी घटना हम आपको बताने जा रहे हैं जो आज तक की सबसे रहस्यमई घटना मानी जाती है इस रहस्य का किसी के पास भी कोई जवाब नहीं है वैसे इस रहस्य को दुनिया में बाहर आने से छुपाया भी जाता है।
4 सितंबर 1954 की सुबह सेंटियागो एयरलाइन की प्लेन PWA513 ने वेस्ट जर्मनी के एक एयरपोर्ट से 92 लोगो के साथ पोर्टो एलेग्रे ब्राजील के लिए उड़ान भरी।
यह यात्रा 18 घंटों की होनी थी लेकिन कुछ ही समय बाद प्लेन का कांटेक्ट एटीसी से टूट गया ।
काफी कोशिश के बाद भी प्लेन से कोई संपर्क नहीं बन पाया घंटे बीत गए दिन बीते गए साल बीत गए पर कभी कोई सुराग किसी को हाथ नहीं लगा।
इसके बाद सेंटियागो एयरलाइंस को हमेशा के लिए बंद कर दिया गया।
एयरप्लेन नंबर 153 को ढूंढने की नाकाम कोशिश जारी रही।
इन कुछ साल बीत जाने के बाद भी उसके अंदर बैठे 92 यात्री या उस जहाज के मलबे का कोई भी अवशेष नहीं मिला।
इस घटना के 35 साल बाद 12 अक्टूबर 1989 की सुबह पोर्टो एलेगरे के एयरपोर्ट कि रडार में एक अनजान जहाज आता हुआ दिखाई दिया जो एयरपोर्ट के रनवे की तरफ तेजी से बढ़ रहा था।
एटीसी के अंदर मौजूद अधिकारियों ने इस जहाज से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन कोई जवाब नहीं मिला लेकिन जैसे ही जहाज नजदीक आया तो उन्हें उस पर सेंटियागो एयरलाइंस लिखा हुआ दिखाई दिया यह देखकर सब सो गए क्योंकि 35 साल पहले इस एयरलाइंस को बंद कर दिया गया था तो आज एक अनजान जहाज बिना किसी चेतावनी के रनवे पर कैसे आ गया।
लोग हैरतअंगेज तो तब है जब जहाज ने एयरपोर्ट पर लैंड किया और देखा कि यह वही जहाज है जो 35 साल पहले रहस्य में तरीके से गायब हो गया था ।
इसके बाद अधिकारियों ने किसी खतरे को भांपते हुए कप्तान से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन फिर भी कोई जवाब नहीं मिला उसके बाद एयरपोर्ट की टीम ने जहाज के अंदर जाने की तैयारी शुरू की।
जैसी टीम जहाज के गेट को खोल कर अंदर घुसती है तो उनके होश उड़ जाते हैं क्योंकि वहां पर यात्रियों की जगह इंसानों के कंकाल सीट पर सीट बेल्ट से बंधे हुए वैसे के वैसे बैठे हुए थे।
हम उनको बहुत सारे सवालों के जवाब जानने थे इसीलिए वे कॉकपिट की तरफ भागे और कप्तान से बात करने की कोशिश की।
लेकिन यह कोशिश उनकी नाकाम रही ओर उनको कॉकपिट का दरवाजा तोड़कर अंदर जाना पड़ा और उस समय उनके पैरों के नीचे से जमीन निकल गई जब उन्होंने देखा कि पायलट की सीट पर भी कंकाल बैठा है।
ब्राजील की सरकार ने इस मामले को बहुत ज्यादा गोपनीय रखा और किसी भी तरह की कोई भी जानकारी को बाहर नहीं आने दिया।
सरकार के इस रवैए ने दूसरी जांच एजेंसियों के कान खड़े कर दिए ऐसा कौन सा राज है जो ब्राजील की सरकार पूरी दुनिया से छुपा रही है ।
इसके बाद काफी वैज्ञानिकों ने इसके ऊपर जांच की और पूरी दुनिया को सिर्फ एक ही जवाब दे सके कि यह जहाज किसी समय यात्रा में फस गया था और जिसे 1989 के दौर में ला दिया।
लेकिन लोगों के सवाल का जवाब किसी के पास नहीं था कि आखिर है कंकाल जहाज को कैसे सकुशल लैंड करा सकता है ?
इस यह बात तो साबित हो जाती है कि हमारा आधुनिक विज्ञान आज भी अधूरा है।

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