क्या आप समुंदर में छुपे इन रहस्यों को जानते है ?


आप लोगों को अपने जीवन में एक बात तो बहुत अच्छे से जानते हैं और हमने अपनी जाने में बहुत बार सुना भी होगा हमारी धरती का 71% हिस्सा पानी से भरा हुआ है और सिर्फ 21% हिस्सा ही जमीन है। हमारी धरती पर मौजूद वैज्ञानिक हर रोज आने वाले समय के लिए नए नए प्रयोग कर रहे हैं , लेकिन यह बात जानकर आपको हैरानी होगी कि वैज्ञानिक अब तक पूरे समुंदर के सिर्फ 5 % हिस्से की ही जांच कर सके हैं। अब तक उन्हें सिर्फ दुनिया के 5 % समुंदर का ही ज्ञान है। किसी को नहीं पता कि समुंदर की गहराई में क्या राज छिपे हैं या पर रहने वाले जीव जंतुओं का जीवन कैसा है।
समंदर अपने अंदर बहुत ऐसे राज छुपा कर बैठा है जो आज तक किसी को नहीं पता चला।
अगर हम बात करते हैं हाल ही में कुछ हुई ऐसी घटनाओं का जिन्होंने सबको हैरान कर के रख दिया था।
दक्षिणी फिलीपींस के समुंदर तट के किनारे पर एक लावारिस नाव मिलती है, इसमें जर्मन नाविक मेन फ्रेंड का शव बैठी हुई स्थिति में मिलता है।
लग रहा था जैसे मान लो कि ना भीख अपने सिर पर हाथ रख कर सो रहे हैं और उनकी लाश बिल्कुल भी नहीं सड़ी थी और वह मम्मी की तरह बन गई थी।
लेकिन जांच के बाद सब हैरान रह गए क्योंकि उनकी मौत सिर्फ 7 दिन पहले हुई थी लेकिन समुंदर में नमी और नमक की वजह से उनकी लाश ममी के रूप में बन गई। लेकिन यह कोई नहीं बता पाया कि जैसे मम्मी को बनने में काफी समय लगता है वहीं नाविक की लाश 7 दिनों में मम्मी कैसे बन गई।
इसी तरह जापान के यूनाईकाई आईलैंड के नीचे स्मारक बना हुआ मिला था। वैज्ञानिकों का मानना है कि यह स्मारक 50000 साल पुराना है लेकिन इस बात का कोई पुख्ता सबूत नहीं मिला कि ये यहां पर कैसे आया । यानी का मानना है कि इस तट पर कोई मंदिर बना रहा होगा। इस स्मारक के पत्थरों में काफी दरारें भी आ गई है ।
ऐसे में कई तर्क दिया गया था जैसे कि मंदिर भूकंप आने की वजह से पानी में दस गया था या कुछ का मानना यह भी है कि यह एक प्राकृतिक घटना है जिससे यह स्मारक बन गया था । इसमें कुछ का तो यह भी मानना है कि हम मानव के द्वारा नहीं बल्कि किसी अन्य सभ्यता के द्वारा बनाया गया था इस बात पर अभी भी विवाद जारी है।
जापान के दूसरे हिस्से में पानी के नीचे कुछ गोल कलाकृतियां बनी है जिसे सबसे पहले 1995 में देखा गया था।
बहुत से लोगो ओर एक्सपर्ट्स का मानना है कि ये आकृतियां एलियंस के द्वारा बनाई गई है।
लेकिन 2011 में वैज्ञानिकों ने एक नया तर्क दिया कि यह एक मछली के प्रजाति के द्वारा आकृति बनाई गई है।
ऐसा वो दूसरी मछली को आकर्षित करने के लिए बनाती है।
समंदर का प्रयोग लोग एक देश से दूसरे देश के लिए जाने के लिए प्राचीन समय से करते आ रहे हैं ऐसे में कई कहानियां और रहस्य से बनाएंगे जिसमें लोगों का मानना है कि समुंदर में विशाल दैत्य भी मौजूद हैं जैसा कि सी मॉन्स्टर ।
बहुत से यात्रियों को मानना है कि उन्होंने अपनी आंखों से ऐसा कुछ ऐसे जीव समुंदर में देखा है जो समुंदर की गहराइयों में रहता है। ज्यादातर विशाल सांपों का वर्णन किया गया है।
इन कहानियों का कोई ठोस सबूत नहीं था जिसे लोग इस बात को सच नहीं मानते थे और सिर्फ काल्पनिक बातें मानते थे।
लेकिन 2009 में अलास्का के मछुआरों ने प्रशांत महासागर में एक ऐसा वीडियो शूट किया था जिसमें एक विशाल सांप को देखा गया था जिसका जिक्र १८८० से होता आ रहा है।
इस बात के बाद इन कहानियों में कुछ कहानियों को सच माना जाने लगा लोगों का मानना है कि समुंदर में आज भी ऐसे कुछ विशाल जानवर मौजूद हैं जिन पर वैज्ञानिक अभी भी रिसर्च कर रहे हैं उनका मानना है कि इस प्राचीन कहानियां सब झूठ नहीं थी उनमें कुछ सच भी थी।